Baingan Nahin Aaye! aur Phans Gaya Pecha!
Baingan Nahin Aaye! aur Phans Gaya Pecha!
Author: Upasana Dipti
Binding: Paperback
Language: Hindi
No reviews
Regular price
₹ 110.00
Regular price
Sale price
₹ 110.00
Unit price
/
per
Share
धनिया तो हँस रही
टमाटर शरमाए मूली भी खिल गई पर बैंगन नहीं आए बैंगन नहीं आए, भई बैंगन नहीं आए
पेश-ए-खिचत है दो नाटक। इनमें बच्चों की शरारत है तो किशोर-किशोरियों के मन की उथल-पुथल भी। ये नाटक न सिर्फ आपको हँसाएँगे बल्कि आपके अन्दर एक उधेड़बुन भी जगाएँगे। इन नाटकों का लुत्फ उठाते हुए अपने भीतर के कलाकार को आवाज़ दीजिए।
टमाटर शरमाए मूली भी खिल गई पर बैंगन नहीं आए बैंगन नहीं आए, भई बैंगन नहीं आए
पेश-ए-खिचत है दो नाटक। इनमें बच्चों की शरारत है तो किशोर-किशोरियों के मन की उथल-पुथल भी। ये नाटक न सिर्फ आपको हँसाएँगे बल्कि आपके अन्दर एक उधेड़बुन भी जगाएँगे। इन नाटकों का लुत्फ उठाते हुए अपने भीतर के कलाकार को आवाज़ दीजिए।