Barasta Tarbooz
Barasta Tarbooz
Publisher: Eklavya
Author: Quentin Greban
Translator: Shivnarayan Gaur
Illustrator: Quentin Greban
ISBN: 978-81-7925-273-4
Binding: Paperback
Language: Hindi
Pages: 28
Published: 0000-00-00
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Saasau is in love. How is he going to express his love? He is all set for an unknown journey to woo his lady love.
Reviews -
बरास्ता तरबूज़ - for detailed reviews in PDF format click here .
प्रेम एक दूसरे की चाहत और मोहब्बत से शुरू होता है । जिसमें किसी भी तरह की सिमा और बंधन नहीं होते।
आज के दौर में प्रेम अपेक्षा से भरा है । जिसमें एक दूसरे से बहुत सारी अपेक्षाएं रखते हैं । जिसमें दिखावा, रहन सहन, खान पान,बिरादरी जैसे व्यवस्था का समावेश है । इसमें गिफ्ट की भी आशा है ।
ऐसे ही एक गिफ्ट की कहानी जिसका रोमांच आपको भरपूर मजा देता है । जो प्रेम समझना चाहते हैं उन्हें यह सुंदर किताब जरूर पढ़ना चाहिए, जो की आपको रोमांच के उच्चतम स्तर पर ले जायेगी ।
एक लड़के की कहानी हैं। अपनी प्रेमिका को एक उपहार देना चाहाता हैं। उसकी मदद करने के लिए गाय गाय ऊंट हाथी यह जानवर उसकी मदद करते हैं उसके प्रेमिका के घर पहुंचने के लिए रास्ते में बहुत सारी परेशानियां आती है पर वह लड़का अपनी प्रेमिका के बारे में सोच कर सारी मुश्किलें पर कर लेता है और अपनी प्रेमिका के पास चला जाता है और उसे एक तरबूजों के बीजों से बना माला बनाकर उसके गले में पहन कर शर्मा जाता है और लड़की भी शर्म के मारे गाल लाल कर लेती है।
किताब किताब किताब।
किताब की कहानी के साथ उसके चित्रांकन बहुत अच्छा है । कहानी थोड़ी लंबी हो जाती है ।