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Khush Khush Kachhuwa
Khush Khush Kachhuwa
2 reviews
Publisher: Eklavya
Author: Akram Gasempor / अकरम गासेमपोर
Translator: Deepali Shukla / दीपाली शुक्ला
Illustrator: Lisa Jamileh Barjesteh / लिसा जमीलेह बृजेस्तेह
ISBN: 978-93-91132-19-4
Binding: Paperback
Language: Hindi
Pages: 24
Published: 2022
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धीमी रफ्तार से चलता कछुआ रोज़ आसमान, सूरज, नदी और अपने सभी दोस्तों से अभिवादन कर बातचीत करता और फिर अपना सफ़र खुशी-खुशी जारी रखता| एक दिन उसको खरगोश ने सुझाया कि वह अगर जल्दी चले तो उसे और मज़ा आएगा| कछुए ने जुगाड़ लगाईं और निकल पड़ा अपने रोज़ के सफ़र पर| लेकिन क्या कछुए को ये रफ्तार खुशी दे पाएगी
Eklavya | Pitara | Picture Books |
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S
Simran uikey सुबह उठते ही नीला आसमान दिखता है। फिर सूरज चमकता है। मेरा दोस्त कठफोड़वा रास्ते में मिलता है। वह नदी में उतरकर धीमे से हौले से तैरने लगता है। कछुआ इस सारी कुदरती सुन्दरता का भरपूर मजा लेता है।
K
Kumud Wadhwani सूरज , बदल और हवा से बात करते कछुआ अपने तरीक़े से सफ़र करते बच्चों को बहुत कुछ सिखाता है । सुंदर चित्रकारी और सुंदर संदेश ।